Uttarakhand Weather : बादलों की बदली चाल से दिसंबर में टूटा बारिश का 32 साल पुराना रिकॉर्ड, बढ़ी ठंड
By Satish Kumar
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हल्द्वानी। वर्षांत की बेला में बादलों की बदली चाल ने मौसम के मिजाज को बदल गया है। शुक्रवार रात से शनिवार शाम तक हुई झमाझम वर्षा के बाद तराई-भाबर क्षेत्र में पारा लुढ़क गया है। ऐसे में दोपहर के समय भी ठंड का अहसास हो रहा है। इतना ही नहीं हल्द्वानी में 24 घंटे के भीतर हुई भारी बारिश से दिसंबर में एक दिन की वर्षा का 32 वर्ष पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया है।
जिला आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार, शनिवार सुबह से रविवार सुबह तक हल्द्वानी क्षेत्र में 83 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई है। नैनीताल जिले में क्षेत्रवार देखें तो हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में सबसे अधिक मेघ बरसे हैं। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की वेबसाइट में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जिले के मैदानी क्षेत्र में इससे पूर्व 25 दिसंबर 1991 को सर्वाधिक 75.3 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
इसके बाद 2023 तक दिसंबर में 24 घंटे के भीतर इतनी वर्षा रिकॉर्ड नहीं हुई है। वहीं, बीते 10 वर्ष का रिकॉर्ड देखें तो वर्ष 2014 में 43.5 एमएम बारिश हुई थी। ऐसे में देखा जाए तो इतने वर्षाें में इस बार सर्वाधिक बारिश हुई है। इधर, नैनीताल जिले में कुल 25.04 एमएम औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई।
हिमपात के बाद बागेश्वर में निखरी धूप, लोगों को मिली राहत
बागेश्वर। वर्षा और हिमपात के बाद रविवार को मौसम देर से खुला। लोगों ने राहत की सांस ली। हिमालयी गांवों में बर्फीली हवाएं चलने से ठंड बढ़ गई है। जिले का न्यूनतम तापमान तीन तथा अधिकतम 11 डिग्री सेल्यिस तक पहुंचने लगा है।वर्षा होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। गेहूं तथा सब्जियों के लिए यह वर्षा अच्छी बताई जा रही है। शुक्रवार तथा शनिवार को रुक-रुक कर वर्षा हुई। हिमालयी गांवों में हिमपात हुआ। रविवार को 12 बजे तक घाटी वाले क्षेत्र में कोहरा छाया रहा। जिसके बाद धूप खिली। शाम होते ही फिर ठंडी हवाएं चलने लगीं हैं। धूप खिलने से ग्रामीण क्षेत्र में लोग जानवरों के लिए चारा पत्ती आदि जुटाई।
वहीं, जिला प्रशासन ने नगर तथा सार्वजनिक स्थानों पर अलाव आदि जलाए। मौसम साफ होने से पाला गिरेगा। जिससे आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी। इधर, प्रगतिशील किसान मोहन सिंह, रमेश सिंह, दान सिंह, विमला देवी ने कहा कि वर्षा रबी की फसल से संजीवनी का काम करेगी।