Pratapgarh News : बाप के साथ दूल्हा भी कर बैठा गंदी हरकत, दुल्हन बोली- नहीं करूंगी शादी चाहे जो हो जाए, फिर जो हुआ...
By Satish Kumar
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उड़ैयाडीह। शराब का नशा करना दूल्हा और उसके पिता को भारी पड़ गया। द्वार पूजा के दौरान दूल्हे और उसके पिता को शराब के नशे में देख लड़की पक्ष वालों ने हंगामा शुरू कर दिया। देखते-ही-देखते मामला बढ़ गया। दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। लड़के के पक्ष के लोगों ने दूल्हे व उसके पिता सहित स्वजन को बंधक बना लिया। पुलिस ने पहुंच कर किसी तरह मामला शांत कराया। यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कंधई के बक्शीडीह गांव निवासी संजय ने अपनी पुत्री की शादी खूझी गांव निवासी अनीश पुत्र जीत लाल के साथ तय की थी। सोमवार शाम जब बरात आई तो वहां बरातियाें में कुछ कहासुनी होने लगी। इस बात को लेकर हंगामा होने लगा। दूल्हा और उसके पिता ने शराब पी रखी थी।
लड़की के पक्ष के लोगों ने दूल्हे व उसके पिता को बंधक बना लिया। पुलिस ने घंटों दोनों पक्षों ने समझौता करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बन पाई। कन्या पक्ष के लोगों ने शादी करने से इनकार कर दिया और बरातियों को खाना खिलाकर वापस भेज दिया। मंगलवार को दोनों पक्षों के लोग वहां मौजूद रहे।
शाम तक पंचायत चलती रही, लेकिन लड़की के पक्ष वालों की मांग थी की शादी में जो खर्चा हुआ है उसको देने के बाद ही समझौता होगा। एसओ कंधई अवन दीक्षित का कहना है कि शादी नहीं हुई। दोनों पक्षों से सामान वापस करा दिया गया है। दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
हमसफर बनेंगे जोड़े, 28 को बजेगी शहनाई
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। गरीब बेटियों के हाथ पीले करने का बीड़ा प्रदेश सरकार ने उठाया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 28 नवंबर को शहनाई बजेगी। इसमें 500 से अधिक जोड़े हमसफर बनेंगे। योजना के तहत जिन आवेदकों ने आवेदन किया है। उसका सत्यापन हो रहा है। पात्रों को ही योजना से लाभान्वित किया जाएगा। आयोजन को सफल बनाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1,444 गरीब बेटियों की शादी कराने का लक्ष्य मिला है। योजना का लाभ लेने के लिए अभी तक करीब 1,200 आवेदन हुए हैं। इसका सत्यापन जोरों से चल रहा है। योजना का लाभ पारदर्शी तरीके से मिले। इसके लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र कुमार मौर्या, जिला विकास अधिकारी श्रीकृष्णा सहित अन्य कई अधिकारी गांव-गांव जाकर इसका सत्यापन कर रहे हैं। साथ ही ब्लाकों के खंड विकास अधिकारियों को भी सत्यापन करके रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी मिली है।