Ghaziabad local news : जब गाजियाबाद के राजू को पिता चुन्नी लाल ने संपत्ति से कर दिया था बेदखल, जानें क्राइम की दुनिया में आने की असल कहानी
गाजियाबाद का राजू इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस तरह से फर्जीवाड़ा कर उसने कई लोगों का दिल तोड़ा है, जिस तरह से उसने अपनी पहचान छिपा कई लोगों को धोखे में रखा, अब हर कोई उसके बारे में सब कुछ जानना चाहता है।
गाजियाबाद के राजू का पैटर्न समझिए
बचपन से पढ़ाई में नहीं लगता था मन
लेकिन अगर राजू की जिंदगी को देखा जाए तो क्राइम की दुनिया में उसने कदम काफी जल्दी रख दिया था। पढ़ाई में मन लगता नहीं था, परिवार वालों के साथ रिश्ते अच्छे थे नहीं, ऐसे में ना कोई सिखाने वाला ना ही कोई गलत या सही बताने वाला। इसी वजह से शुरुआती जीवन में ही राजू चोरी चकारी में लग चुका था।
जब पिता ने राजू को संपत्ति से कर दिया था बेदखल
पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि राजू को बचपन में ही चोरी की लत लग चुकी थी। जब तक वो 18 साल का हुआ, उस पर 24 चोरी के मामले दर्ज हो चुके थे। उसकी इन्हीं हरकतों से परेशान होकर उसके पिता चुन्नीलाल ने साल 2005 में उसे अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया था।
राजू को लगता था कि चोरी कर उसे जो भी पैसा मिल रहा है, उससे वो आराम की जिंदगी जिएगा। साजिश रचने का उसका तरीका हमेशा से सेम रहता था। वो किसी भी पास की पुलिस थाने में जाता था और वहां जाकर बोलता था कि वो 20 साल पहले अपहरण हो गया था। पुलिस उन सभी परिवार वालों को बुला लेती थी जिनके बच्चे पिछले कई सालों से मिल नहीं रहे थे।
राजू कैसे बना सबसे बड़ा धोखेबाज?
बस फिर राजू उन्हें अपनी बातों में फंसाता था, किसी को बताता कि उसे बहुत यातनाएं दी गईं तो किसी को कहता कि उसका किडनैप हो गया था। परिवार वाले भी भावुक होकर उसे घर ले जाते और उसकी सारी फरमाइश पूरी करते। लेकिन काफी बाद में जाकर पता चला कि राजू ने जिन नो परिवारों को ठगा था, सभी को एक ही कहानी बताई, सभी से पैसे लूटे और फिर वहां से फरार हो गया।