अंबेडकरनगर। अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव बुधवार को छिटपुट नोकझोंक के बीच सकुशल संपन्न हुआ। चुनाव आयोग के निर्धारित नियमों के तहत सुबह सात बजे से 425 बूथों पर मतदान आरंभ हुआ। मतदान शुरू होने से पहले 17 ईवीएम और वीवीपैट में खराबी मिलने पर इसे बदल दिया गया।
मतदान के दौरान भी दो वीवीपैट में खराबी आने पर बाधा हुई, लेकिन तत्काल इसे बदला गया। कटेहरी विधानसभा में पहली बार उपचुनाव का मतदाताओं में उत्साह रहा। सुबह से मतदान करने के लिए उमड़े मतदाताओं ने शाम को निर्धारित अवधि पांच बजे के बाद भी वोट डाले और कुल मतदान प्रतिशत 56.89 रहा।
विधानसभा क्षेत्र कटेहरी के उपचुनाव में माकपोल और मतदान के दौरान 19 ईवीएम और वीवीपैट खराब मिले। मतदान के दौरान भी कुछ एक ईवीएम और वीवीपैट में तकनीकी खराबी आने से बाधा उत्पन्न हुई। सुबह माकपोल के दौरान 17 ईवीएम व वीवीपैट खराब पाए गए। इसमें चार कंट्रोल यूनिट,पांच बैलेट यूनिट और आठ वीवीपैट में तकनीकी खराबी मिली। मतदान के दौरान दो वीवीपैट के खराब होने बाधा आई। हालांकि उक्त मशीनों को जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट ने तत्काल बदलकर मतदान शुरू कराया।
कंट्रोल रूम में डटे रहे प्रेक्षक
चुनाव की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी निगरानी करने के लिए निर्वाचन आयोग से आए सामान्य प्रेक्षक वीपी गौथम चुनाव कंट्रोल रूम में डटे रहे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सदानंद गुप्त और अन्य अधिकारियों की टीम के साथ प्रेक्षक वेब कैमरे से बूथों की हलचल देखते हुए सुधार का निर्देश भी देते रहे।
स्ट्रॉन्ग रूम में जमा हुई ईवीएम-वीवीपैट
मतदान संपन्न कराकर पोलिंग पार्टियां कड़ी सुरक्षा के बीच सील ईवीएम व वीवीपैट को लेकर जिला मुख्यालय के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बने स्ट्रॉन्ग रूम सकुशल पहुंच गई हैं। यहां जांच कर इन्हें जमा कराया गया। यहां उक्त ईवीएम की सुरक्षा के लिए तीन लेयर में अर्द्ध सैनिक बलों और पुलिस का पहरा लगा है। सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटे अंदर व बाहर निगरानी होगी।प्रत्याशियों को मतदान हुई ईवीएम व वीवीपैट सुरक्षित होने का सीसी कैमरे से दिखाया भी जाएगा। बता दें कि आगामी 23 नवंबर को मतगणना के साथ परिणाम घोषित होगा।
भ्रमणशील रहे अफसर
जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ, सामान्य प्रेक्षक वीपी गौथम और पुलिस व प्रशासन के 20 जोनल और 65 सेक्टर मजिस्ट्रेट भ्रमणशील रहकर मतदान की शुचिता देखते रहे। कुछ एक स्थानों पर मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में नहीं होने एवं पीठासीन अधिकारियों द्वारा मतदान करने से वंचित किए जाने की शिकायतें मिलती रहीं। अधिकारियों ने पहुंचकर इसका निदान कराया।