aligarh local news : खैर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में फीका रहा उत्साह, 46.36 प्रतिशत मतदाताओं ने ही डाले वोट
4.02 लाख मतदाताओं ने तय किया पांच प्रत्याशियों का भविष्य
खैर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में इस बार पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। कुल 4.02 लाख मतदाताओं को इनका भविष्य तय करना था। जिला प्रशासन ने विधानसभा क्षेत्र के सभी 424 बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए थे। मंगलवार को भी धनीपुर मंडी से पोलिंग पार्टियां रवाना हो गईं थी।
बुधवार को मतदान की शुरुआत हुई। सबसे पहले सभी बूथों पर माक पाल किया गया। इसके सात बजे से वोट पड़ने शुरू हुए। सुबह के पहले घंटे में मतदान केंद्रों पर महिला-पुरुषों की अच्छी खासी लाइन दिखाई दी, लेकिन आठ बजे के बाद भीड़ कम होनी शुरू हो गई। अधिकतर केंद्रों पर एक-दो लोग ही वोट डालने के लिए पहुंच रहे थे।
ऐसे में सुबह नौ बजे तक महज 9.06 प्रतिशत ही मतदान हो सका। इसके बाद 11 बजे तक यही स्थित रही। केंद्रों पर सन्नाटा सा पसरा रहा। एक-दो लोग ही वोट डालने के लिए पहुंच रहे थे। ऐसे में 11 बजे तक 19.33 प्रतिशत तक वोट पड़ गए।
दोपहर के समय महिलाओं ने घरों से निकलना शुरू किया। ऐसे में मतदान प्रतिशत पर भी असर दिखाई दिया। दोपहर 11 से तीन बजे तक मतदान प्रतिशत का यह आंकड़ा 39 प्रतिशत तक पहुंच गया, लेकिन इसके बाद भीड़ कम होनी शुरू हो गई।
अंतिम दो घंटे में केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ ही नहीं पहुंची। शाम पांच बजे तक महज 46.36 प्रतिशत ही वोट पड़ सके। 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 14.54 प्रतिशत कम वोट पड़े हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के सापेक्ष इस बार 9.03 प्रतिशत कम वोट पड़े हैं।
समय | प्रतिशत |
नौ बजे | 9.06 प्रतिशत |
11 बजे | 19.33 प्रतिशत |
01 बजे | 29.00 प्रतिशत |
03 बजे | 39.00 प्रतिशत |
05 बजे | 46.36 प्रतिशत |
अनूप के सांसद चुने जाने थे रिक्त चल रही थी सीट
जिले की सातों सीटों पर 2022 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें खैर विधानसभा क्षेत्र से अनूप प्रधान विधायक चुने गए, लेकिन भाजपा ने पिछले दिनों इन्हें हाथरस लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बना दिया। इसमें इन्होंने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की। ऐसे में अनूप प्रधान ने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। ऐसे में खैर विधानसभा क्षेत्र में विधायक का पद रिक्त चल रहा था।
इगलास उपचुनाव में भी 37.60 प्रतिशत ही पड़े थे वोट
जिले में 2019 में अंतिम बार इगलास विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हुआ था। यहां पर महज 37.60 प्रतिशत ही पड़े थे। खैर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के मुकाबले यह 8.76 प्रतिशत कम था, लेकिन इस चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी ने जीत दर्ज की थी।
अब सभी राजनीतिक विशेषज्ञों की नजर खैर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव परिणाम पर है। अब तक माना जाता रहा है कि कम मतदान प्रतिशत से भाजपा से अधिक फायदा अन्य राजनीतिक पार्टियों का होता है।
पिछले तीन चुनाव में इस तरह रहा है मतदान
- इस बार के लोकसभा चुनाव में 55.39 प्रतिशत वोट पड़े थे।
- 2022 विधानसभा चुनाव में 60.90 प्रतिशत मतदान हुआ था।
- 2019 के लोकसभा चुनाव में 62.00 प्रतिशत मतदान हुआ था।
सजग रहे अधिकारी, चाक-चौबंद रही व्यवस्था
शांतिपूर्ण उपचुनाव के लिए पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से सजग रहे। आगरा जोन की एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ, मंडलायुक्त चैत्रा वी. व डीआईजी प्रभाकर चौधरी ने विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा।
डीएम विशाख जी. व सीडीओ प्रखर कुमार सिंह ने भी चंडौस, टप्पल व खैर क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं काे परखा। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार व एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने भी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ भ्रमण किया।