चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा पत्रकार के साथ की गई मारपीट
रायबरेली! जनपद की पुलिस के अलग-अलग कारनामे के घेरे में दिन प्रतिदिन उजागर हो रहे हैं पुलिस के बड़े आला अधिकारियों की फजीहत कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते चाहे ऊंचाहार कांड हो या फिर लालगंज कांड कहीं से बड़े अफसरों की फजीहत कराने से चूक नहीं करते रायबरेली के पुलिस विभाग के सिपाही अपराधियों पर लगाम लगाने से थक चुके हैं अब रायबरेली के लोकतन्त्र के चाथे स्तम्भ माने जाने वाले पत्रकारो पर कवरेज के दौरान अपराधियों जैसा सलूक किये जाने की घटना प्रकाश में आयी है। उल्लेखनीय है कि प्रखर प्रवक्ता समाचार-पत्र के ब्यूरो चीफ पत्रकार मोहित मोदनवाल सांसद श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की दिन-प्रतिदिन कवरेज करने के दौरान दिनांक 19.02.2024 को खालसा चौक जा रहे थे, तभी वहां पर चेकिंग के नाम पर लोगों का उत्पीड़न कर रहे थाना कोतवाली के सिपाही हरेन्द्र, धीरज एवं एक अज्ञात सिपाही जिसको पत्रकार मोहित मोदनवाल सामने पर आने पर पहचान सकते हैं, से भी अकारण अभद्रता करने लगे, ज्ञातव्य हो कि इन सिपाहियों को सब इंस्पेक्टर/जहानाबाद चौकी प्रभारी इन्चार्ज-द्वितीय श्री पुनीत जी का अभयदान प्राप्त होने के कारण उक्त सिपाही आने-जाने वाले आम नागरिकों के साथ अभद्रता कर रहे थे, और इसी क्रम में पत्रकार मोहित मोदनवाल से भी अभद्रता पर उतारू हो गये और उनका मोबाइल भी छीना-छपटी में छीन लिया। पत्रकार मोहित मोदनवाल ने संयमता, निर्भिकता का परिचय देते हुए अपने दूसरे पत्रकार साथी के मोबाइल से पूरे घटनाक्रम को मोबाइल में कैद कर लिया है, जिसको आवश्यकता पड़ने पर उच्चाधिकारियों के समक्ष पेश किया जाएगा। श्री मोदनवाल ने प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली को सूचना दी है किन्तु खेद है कि अभी तक पुलिस विभाग अपने खाऊ-कमाऊ पूतों के विरूद्ध कोई भी कानूनी कार्यवाही करने से बचती दिख रही है। श्री मोदनवाल ने प्रार्थना के साथ चेतावनी भी दिया है कि यदि उनको न्याय न मिला तो वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। श्री मोदनवाल ने यह भी कहा है कि यह लड़ाई उनकी नहीं है यह लड़ाई सभी पत्रकार भाइयों की है, आज जब मेरे साथ ऐसी घटना घटित है तो निश्चित ही कल किसी भी पत्रकार साथी के साथ घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है।