हाथरस भगदड़ काण्ड में अब तक 121 की मौत, बाबा का FIR से नाम गायब?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान भीषण भगदड़ मच गई जिसकी चपेट में आने से 121 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यूपी के चार जिलों हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा में रातभर शवों का पोस्टमार्टम होता रहा। भगदड़ काण्ड में मरने वालों के परिजन अपनों की लाश को लेकर इधर-उधर भटकते रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस घटना की 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट को तेज कर दिया है। उधर पोस्टमार्टम घर के बाहर परिजन अपनों की तलाश में पहुंच रहे हैं। जबकि हाथरस सत्संग भगदड़ हादसे को लेकर भारत न्यास संहिता की गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है। इसके मुख्य सेवादार समेत अन्य अज्ञात आयोजकों, सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
हाथरस सत्संग में हुई लोगो की मौत का मामला हाईकोर्ट पहुंचा है। प्रयागराज हाईकोर्ट में दाखिल की गई लेटर पिटीशन। लेटर पिटीशन में पूरी घटना की सीबीआई या न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की गई है। जबकि घटना के जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने और 121 लोगों की मौत की जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इस पूरे मामले की जांच स्पेशल इंस्टिगेटिव एजेंसी से कराए जाने की मांग की गई है।