aligarh news गंगा स्नान एवं तर्पण से पूर्वजों को किया प्रसन्न

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शनिवार को चैत्र महीने के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि को लगे वारुणी नाम के महायोग में जहाँ शनिवार तथा शतभिषा नक्षत्र का एक साथ योग होने पर कई वर्ष बाद संयोग देखने को मिला जिसके उपलक्ष्य में जगह जगह श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर पूर्वजों के शतभिषा नक्षत्र होने के कारण महावारुणी योग बनता है कि इस योग में गंगा स्नान से तीन करोड़ पीढ़ी का उद्धार हो जाता है

 

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