Off-page seo क्या हैं, जाने 2024 मैं ऑफ पेज SEO की 15 टेक्निक्स ?

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ऑफ  पेज ऑप्टिमाइजेशन जिसके नाम से ही   पता चल रहा हैं की हमें off the पेज काम करना हैं।  ऑफ पेज SEO जिसमें हम वेबसाइट के बहार ऑप्टिमाइजेशन करते हैं।  तो आज हम आपको इस आर्टिकल मैं बताएंगे की off page seo क्या हैं, तथा इसमें कोन – कोन से टेक्निक्स शामिल हैं।  तो शुरू करते हैं- 

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जिसको तीन भागो मैं विभाजित किया गया हैं, ऑन पेज एसईओ, ऑफ पेज एसईओ, और टेक्निकल एसईओ। हालाँकि ऑन पेज एसईओ और ऑफ पेज एसईओ को एक ही माना जाता हैं। 

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इन दोनों टाइप्स हैं हम on the पेज काम करते हैं। यहाँ on the पेज काम करके का मतलब ये हैं की ये हैं की जो भी ऑप्टिमाइजेशन या बदलाव हम अपनी वेबसाइट पर करते हैं वो on the पेज के अंतर्गत आते हैं।  इसलिए on page SEO और technical SEO एक ही केटेगरी मैं आते हैं।

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ऑफ पेज एसईओ क्या हैं- 

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन  के लिए जितने भी प्रकार ऑप्टिमाइजेशन या एफर्ट हमारी वेबसाइट से बहार की जाते हैं उन्हें हम ऑफ पेज SEO कहते हैं।  

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Off-page seo जिसमें कई तकनीक शामिल हैं, जैसे बैकलिंक्स बनाना, सर्च इंजिन्स पर अपनी वेबसाइट सबमिट करना, और लोकल सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन इतियादी।  

ऑफ पेज एफर्ट हमारे वेबसाइट की रैंकिंग के लिए एक महत्पूर्ण भूमिका निभाते हैं।  SEO के अंतर्गत जितने भी टाइप्स के ऑप्टिमाइजेशन आते हैं उसमें ऑफ पेज SEO सबसे कठिन कार्य हैं।  

अगर आपको ऑफ पेज एसईओ के बारे मैं गहराई से जानना है तो आपको ये पता होना चाहिए की बैकलिंक्स क्या होते हैं।  क्योकि ऑफ पेज SEO का सबसे महत्पूर्ण पार्ट बैकलिंक्स हैं। 

बैकलिंक्स क्या होते हैं-

बैकलिंक्स यह वो लिंक्स होते जो किसी वेबसाइट से रेफेर होके हमारी वेबसाइट मैं आते हैं। अगर साधरण भाषा मैं बताए तो मान लीजिये  आप एक साइट पर गए और आपने वहा एक आर्टिकल सबमिट किया, और उस आर्टिकल मैं अपने वेबसाइट का लिंक दिया।

अगर कोई आदमी उस लिंक्स पर क्लिक करते आपकी वेबसाइट पर आता हैं, तो आपके वेबसाइट को एक बैकलिंक्स मिलेगा।  इसी प्रकार ही बैकलिंक्स क्रिएट किए जाते हैं, और  रैंकिंग इनक्रीस होती हैं।  

Off page SEO क्यों जरुरी हैं

Off page optimization यह seo का एक महत्पुण भाग हैं, ऑफ पेज seo की जरूरत हमें तब पड़ती हैं जब हमें अपनी वेबसाइट को search engines पर टॉप पर रैंकिंग प्राप्त करनी होती हैं । 

ऑफ पेज एसईओ हमारी वेबसाइट को एक अथॉरिटी प्रदान करता हैं । Off page effort  एक ऐसी तकनीक हैं, जिससे हमारी वेबसाइट की domain authority & page authority इंक्रीज होती हैं । 

और गूगल पर रैंकिंग के लिए website की डोमेन  authority बहुत मायने रखती है । इसलिए  ऑफ पेज एफर्ट हमारी वेबसाइट के लिए जरूरी बन जाते हैं । 

अगर हम अपनी वेबसाइट का ऑफ पेज करते हैं, तो इससे इंटरनेट पर हमारी वेबसाइट की प्रेसेंस बनी रहती हैं, जिससे लोग हमारी वेबसाइट के बारे में जानते हैं ।

इन कारणों की वजह से वेबसाइट के लिए ऑफ पेज एसईओ जरूरी बन जाता हैं । 

ऑफ पेज एसईओ के फायदे? 

  1. Off page SEO kya hai के बारे में जानने के बाद अब हम आपको बताएंगे की ऑफ pag effort के फायदे क्या हैं । 
  2.  
  3. अगर हम अपनी website का ऑफ पेज करते हैं तो इससे हमारी वेबसाइट की DA/PA इंक्रीज होती हैं । 
  4. ऑफ पेज SEO मैं हम जब सर्च इंजन सबमिशन करते हैं, तो उसके कारण हमारी वेबसाइट अगर – अलग सर्च इंजिन्स पर रैंक करती हैं।
  5. जितना ज्यादा हम ऑफ पेज करिंगे उतना ज्यादा हमारी वेबसाइट की  ट्रैफिक भी इंक्रीज होती हैं ।      
  6. ऑफ page SEO करने से हमारे ब्रांड ( वेबसाइट ) के बारे में awareness फैलती हैं ।
  7. ऑफ पेज seo के एफर्ट  से वेबसाइट तथा users के प्रति एक relationship build होती हैं । 
  8. ऑफ पेज अनुकूलन से हमारी ऑनलाइन रेपुटेशन मैनेजमेंट (ORM)  बिल्ड होती हैं।  

जाने अलग – अलग प्रकार के बैकलिंक्स – 

बैकलिंक्स जो ऑफ पेज seo का एक महत्पुण पार्ट हैं, आज हम आपको बताएंगे कि कितने  प्रकार के बैकलिंक्स हम अपने वेबसाइट के लिए बना सकते हैं । 

 

  1. Guest posting backlinks
  2. PDF/PPT submission 
  3. Image backlinks
  4. Infographic backlinks
  5. Directory backlinks 
  6. Bookmarking backlinks
  7. Blog commenting backlinks 
  8. Classifieds backlinks
  9. Social media links 
  10. PR submission 
  11. Q/A submission
  12. PBN links
  13. Competitor broken links
  14. Forum backlinks 
  15. Link exchange backlinks
  • Guest posting backlinks- 

यह वो बैकलिंक्स होते हैं, जिसमें हम दूसरो की वेबसाइट पर गेस्ट पोस्ट करते हैं, तथा इस guest Post के जरिए हमारा आर्टिकल उस website मैं सेव हो जाता हैं, तथा वहा से हमें बैकलिंक्स मिलता हैं । 

अगर सीधे शब्दों में बताया जाए तो हमें किसी की वेबसाइट मैं गेस्ट की तरह जाते हैं, तथा वहा पर अपना योगदान करते हैं। और फिर उस आर्टिकल को website का ऑनर review करता हैं, फलस्वरूप अगर आपका आर्टिकल उनकी term & condition को फॉलो करता हैं, तो आपके आर्टिकल को उस वेबसाइट मैं दिखाया जाएगा । 

फलस्वरूप approval मिलते ही आपकी वेबसाइट के लिए एक backlinks क्रिएट हो गया हैं । 

जितने भी प्रकार के बैकलिंक्स होते हैं, उन सब मैं guest posting backlinks को सबसे बेहतर माने जाते हैं । 

  • PDF/PPT backlinks

यह वो बैकलिंक्स होते हैं जो PDF तथा PPT के फॉर्म में होते हैं। ऐसी कई sites है जो PDF/PPT submission को स्वीकार करती हैं ।

इसमें हम अपने कंटेंट को PDF या PPT के फॉर्म में बनाते हैं, फिर जितने भी pdf/ppt sites हैं इन सब में इन files को submit करते हैं। 

इस प्रकार हम pdf/ppt टाइप्स की बैकलिंक्स क्रिएट करते हैं । 

  • Image backlinks

यह वो बैकलिंक्स होते हैं, जिन्हें हम image के फॉर्म में बताने हैं । ऐसी कई साइट हैं जिनमें हम इमेज सबमिट करके उसके थ्रू  बैकलिंक्स बना सकते हैं। 

अगर कोई आदमी इमेज पर क्लिक करते आपकी वेबसाइट मैं आता है, तो इस सिचुएशन में आपके बैकलिंक्स का जो anchor text होगा image पर लगा हुआ alt tag होगा। 

इसलिए हमेशा image के alt tags मैं keyword put करना जरूरी हैं।

  • Infographic backlinks –

यह वो बैकलिंक्स होते हैं जो infographics के फॉर्मेट में बनाए जाते हैं। इंफोग्राफिक यह info+graphic का कॉम्बिनेशन हैं। 

Image सबमिशन और infographic सबमिशन मैं ज्यादा अंतर नही हैं। बस इन दोनो types मैं हमें alt tags का ध्यान रखना होता हैं।

ऐसी कई sites हैं जो infographic submission को accept करते हैं, जिनमें आप अपने इंफोग्राफिक को सबमिट करके backlinks क्रिएट कर सकते हैं। 

  • Directory submission

यह वो बैकलिंक्स होते हैं जो directory site से आते हैं। अगर ऑनलाइन डायरेक्टरी की बात की जाए तो दो टाइप्स के डायरेक्टरी सबमिशन होते हैं। 

  • Business Directory
  • Article Directory

Business directory – यह वो डायरेक्टरी होती हैं, जिसमें business की information को सबमिट किया जाया है। जैसे नाम, ईमेल, एड्रेस, website link, about इतियादी। 

Article directory – यह वो डायरेक्टरी होती हैं, जिसमें हम आर्टिकल को submit करते हैं। इसमें हम डायरेक्टरी के रूप में information देते हैं। 

  • Bookmarking backlinks 

यह वो  बैकलिंस्क होते हैं, जिनमें हम अपने links को bookmark करते हैं। 

जितने भी bookmarking sites हैं उनमें अपने URL को सबमिट करना bookmarking कहलाता हैं। 

यहां bookmark का मतलब यह हैं कि अपने URL को सेव करना, जैसे _ chrome browser मैं आपको URL bookmark करने का ऑप्शन मिलता हैं, जहा आप अपने URL को सेव कर सकते हैं, तथा जरूरत पड़ने पर उस पेज को आसनी से एक्सेस कर सकते हैं। 

  • Blog commenting backlinks

यह वो बैकलिंक्स होते हैं, जिनमें हम दूसरो के article मैं comment section मैं अपना backlinks क्रिएट करते हैं। 

अगर साधारण भाषा में बताया जाए तो जितने भी blog होते है, उनके comment section मैं जाकर वहा पर हम अपने वेबसाइट का लिंक देते हैं ।

और जब यूजर  उस लिंक्स पर क्लिक करके हमारी वेबसाइट में आता है, तो इस प्रकार के लिंक्स को commenting backlinks कहते हैं।

“अगर आप commenting backlinks बनाते हैं या बनाने जा रहे हैं तो आपको ये जानना जरूरी हैं इस टाइप्स के बैकलिंक्स spam मैं आते हैं।” जिसे google बिलकुल पसंद नही करता । 

  • Social media links –

यह वो links होते हैं जो सोशल मीडिया के जरिए आपकी वेबसाइट मैं आते हैं। जैसे _ instagram से आपकी वेबसाइट पर कोई links आया है तो वो लिंक्स social media बैकलिंक्स कहा जाएगा।  

“सोशल मीडिया बैकलिंक्स से वेबसाइट की रैंकिंग पर कुछ खास असर नहीं होता, जिससे कारण यह एक quality backlinks नही होता।”

  • PR submission –

PR जिसका पूरा नाम press release हैं, PR submission हम तब करते हैं जब हम अपनी नई सर्विस को लॉन्च करते हैं ।

जब हम अपनी सर्विस को PR sites पर लॉन्च करते हैं, तब अक्सर हम अपने कंटेंट मैं एक से दो लिंक्स क्रिएट करते हैं ।

और यही links बैकलिंक कहलाते हैं। और इस टाइप्स के लिंक को हम PR link’s कहते हैं । 

  • Question/answer backlinks –

यह वो backlinks होते हैं जो Q/A के फॉर्म में बनाए जाते हैं ।  जितने भी प्रकार के Q/A site’s हैं, उनमें हम question का answer करके अपने site के लिए बैकलिंक्स बनाते हैं। 

  • Competitor broken backlinks

यह backlinks क्रिएट करने की एक smatest तकनीक हैं । इस टाइप्स के backlinks बनाने के लिए हमें अपने competitor के बैकलिंक्स को analysis करना होगा । 

अगर हमारे competitor के द्वार बनाया गया बैकलिंक्स  404 की स्थिति में हैं, तो उसका फायदा उठाके हम competitor के द्वार बनाए गए बैकलिंक्स को अपना बैकलिंक्स बना सकते हैं। 

अगर आपको competitor के 404 backlinks को ढूढ़ना हैं तो आप moz tool का यूज़ कर सकते हैं।  

PBN links 

यह ब्लैक hat SEO की एक तकनीक हैं, जिसमें हम PBN के माध्यम से बैकलिंक्स बनाते हैं। 

यहां प्राइवेट ब्लॉगिंग नेटवर्क का मतलब यह हैं कि जैसे हमारी 10 websites हैं, और इन 10 वेबसाइट मैं हमने खुद का ब्लॉगिंग नेटवर्क बना रखा हैं ।

हम अपने website के लिंक को इन website’s मैं नेविगेट कर रहे है, तो इस स्थिति से उत्पन्न हुए links को PBN link’s कहलाते हैं । 

“PBN link’s यह वो लिंक्स हैं जो spamming backlinks मैं आते हैं, अगर आप इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे है तो इससे आपकी वेबसाइट को  penalty मिल सकती हैं।”

  • Link exchange backlinks 

यह backlinks बनाने की एक स्कीम हैं, जिसके जरिए हम  link exchanging टाइप्स के बैकलिंक्स बनाते हैं । 

जैसे – मान लीजिए एक आपकी वेबसाइट हैं और एक आपके दोस्त की, तो इस सिचुएशन मैं हमने अपने दोस्त  के साथ tie up कर लिया, इसका मतलब ये हैं की हम अपनी वेबसाइट मैं उसकी साइट का लिंक डालिंगे, और वो अपनी साइट मैं हमारी वेबसाइट का लिंक डालेगा।  

इस टाइप के लिंक्स बिल्डिंग को हम लिंक एक्सचेंज स्कीम कहते हैं। इस टाइप के बैकलिंक्स स्पैमिंग बैकलिंक्स कहलाते हैं।  इन  टाइप्स के लिंक्स को गूगल द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं हैं।  

  • Forum backlinks 

यह एक बैकलिंक्स का टाइप हैं जिसमें हम किसी टॉपिक पर अपनी राय को प्रकट  करते हैं, तथा वहा अपनी वेबसाइट का लिंक छोड़ते हैं।  तो इस टाइप के लिंक्स को हम forum  backlinks कहते हैं।  

जैसे quora एक forum सबमिशन की साइट हैं, जिसमें हम अपनी राय  को लोगो के सामने प्रकट करते हैं, और वहा पर अपनी वेबसाइट का लिंक्स छोड़ते हैं।  तो इस प्रकार का लिंक्स forum submission कलहाता हैं।  

 Backlinks की quality या backlinks की quantity क्या इंपोर्टेंट हैं?

अगर बैकलिंक्स बिल्डिग की बात की जाए तो दो प्रकार के backlinks बनाए जाते हैं। एक होते हैं quality backlinks और एक होते हैं non quality backlink.

अगर SEO के purpose से बात की जाए तो हमें backlinks की quality पर ध्यान देना चाहिए, न की quantity पर। 

यहां backlinks की quantity का मतलब यही हैं की अधिक से अधिक बैकलिंक्स बनाए जाए जिससे हमारी वेबसाइट google पर रैंक करें! 

लेकिन backlinks की quantity के साथ आप google पर ranking नहीं पा सकते, अगर आपको गूगल पर रैंक करना हैं तो आपको quality backlinks की जरूरत पड़ेगी । 

जैसे – आपने अपने किसी पेज के लिए 1000 बैकलिंक्स बनाए इन सभी backlinks मैं quality नहीं हैं, जिसके कारण इन  बैकलिंक्स की मान्यता उतनी नहीं होगी। 

लेकिन अगर आपने इसी पेज के लिए 100 quality बैकलिंक्स बनाए हैं, तो ये 100 backlinks उन 1000 बैकलिंक्स के बराबर हैं। 

“तो आपको समझ में आ गया होगा की backlinks की quality ज्यादा मैटर करती हैं, न की quantity.”

Quality backlinks कैसे क्रिएट करें?

अगर आपको high quality backlins क्रिएट करने हैं तो आपको Quality बैकलिंक्स के गुणों के बारे  मैं पता होना चाहिए, जिनकी सूचि इस प्रकार हैं!

 

Quality बैकलिंक्स के फैक्टर – 

  • High authority site  –  आप जिस साइट पर बैकलिंक्स क्रिएट कर रहे हैं, उस साइट की डोमेन अथॉरिटी ठीक – ठाक  होनी चाहिए।  अगर आपकी साइट पर 80 से  90  डोमेन अथॉरिटी वाली साइट्स से बैकलिंक्स मिलते हैं, तो ये एक quality backlinks माना जाएगा।  
  • Low spam score – अगर बैकलिंक्स की गुणवत्ता की बात की जाए तो उसमें ये सबसे ज्यादा महत्त्व रखता हैं।  आपको उन वेबसाइट के  साथ जुड़ना हैं  जिनका स्पैम स्कोर 25 % से कम हो।  अगर आप हाई स्पैम स्कोर वाली वेबसाइट के साथ जुड़ते हैं, तो ये आपकी वेबसाइट के लिए एक अच्छी sign नहीं हैं।  
  • position of anchor text –   एंकर टेक्स्ट जो एक महत्पूर्ण फैक्टर बन जाता हैं, जब हम बात करते हैं बैकलिंक्स क्रिएशन की।  तो बैकलिंक्स क्रिएट करते समय आपके एंकर टेक्स्ट की पोजीशन head मैं या body मैं होनी चाहिए।  
  • Relevency of the site – जब भी  आप बैकलिंक्स क्रिएट, करते हैं, तो आपको इस बात का ध्यान रखना हैं की आप जिस साइट्स से जुड़ रहे हैं, क्या वो साइट आपकी वेबसाइट से रेलेवेंसी रखती हैं, अगर आपकी साइट की केटेगरी और उस साइट की केटेगरी सामान हैं तो आप बेझिझक उस साइट पर बैकलिंक्स क्रिएट कर सकते हैं।  
  • Relevency of the content – ये बैकलिंक्स क्रिएशन का एक मेजर पार्ट हैं, जिसे ज्यादातर लोग ध्यान नहीं देते! लोगो को यह लगता हैं किसी भी प्रकार का कंटेंट लिखके उसमें कीवर्ड्स को एंकर टेक्स्ट बनाके हम बैकलिंक्स क्रिएट कर सकते हैं।  लेकिन जिस कंटेंट से आपकी  वेबसाइट को बैकलिंक्स मिला हैं अगर वो कंटेंट आपकी साइट से रेलेवेंसी नहीं रखता, तो ये बैकलिंक्स non quality backlinks हुंगे।  

अब तक हमने बैकलिंक्स क्या है, बैकलिंक्स के प्रकार, तथा quality बैकलिंक्स के गुणों को समझा, तथा अब हम हम आपको बताएंगे की बैकलिंक्स कितने प्रकार के होते है? 


जाने बैकलिंक्स के कितने  प्रकार होते हैं – 

आमतौर पर हम जब भी अपनी वेबसाइट के लिए बैकलिंक्स बनाते हैं, वो बैकलिंक्स अलग – अलग प्रकार के होते  हैं।  जिनकी सूची इस  प्रकार हैं!

  • Do – follow backlinks 
  • No – follow backlinks
  • Sponsored link 
  • UGC link 
  • Do follow link – यह  वो बैकलिंक्स होते हैं, जो  authorise होते हैं।  मतलब ये लिंक एक अथॉरिटी प्रदान करते हैं। बैकलिंक्स के जितने भी प्रकार हैं उसमें do follow बैकलिंक्स सबसे ज्यादा essential हैं।  
  • No follow links – यह वो बैकलिंक्स होते हैं जो unauthorise होते हैं।  ये बैकलिंक्स हमें कोई भी अधिकार प्रदान नहीं करते।  और ये बैकलिंक्स SEO के पर्पस से उतने ज्यादा एसेंशियल नहीं हैं।  
  • Sponsored backlinks – यह वो बैकलिंक्स होते हैं जो, स्पॉन्सर्ड होते हैं।  ये लिंक्स प्रमोशन के पर्पस से बनाए जाते हैं, जैसे – कोई एफिलिएट मार्केटिंग का लिंक, या किसी प्रमोशन बैनर पर लगा लिंक इतियादी।  
  • UGC links – जैसे आपकी वेबसाइट मैं एक यूजर जनरेटेड कंटेंट लिंक हैं, तो आप उस लिंक का समर्थन नहीं करंगे, मतलब आप उस लिंक को सपोर्ट नहीं कर रहे हैं।  यह लिंक्स दर्शाता हैं की यह लिंक्स यूजर जनरेटेड लिंक हैं।  

 

ऑफ पेज SEO मैं सर्च  इंजन सबमिशन क्या है, तथा इसे कैसे करे?

सर्च  इंजन सबमिशन जिसमें हम जितने भी सर्च इंजन हैं उनमें अपनी साइट को सबमिट करते हैं, जिससे हमारी वेबसाइट प्रत्येक सर्च इंजिन्स पर रैंक करती हैं। यह पार्ट SEO का एक महत्पूर्ण पार्ट हैं, जिसे हम इग्नोर नहीं कर सकते।  

सर्च इंजिन्स पर अपनी साइट को सबमिट करके के लिए आपको एक वेबसाइट की जरुरत पड़ेगी जिससे आप अधिकतम  सर्च इंजिन्स पर अपनी साइट को सबमिट कर सकते हैं।  

लेकिन अगर आपको गूगल और बिंग  के webmster tool मैं सर्च इंजन सबमिशन करना हैं तो आपको manually  वेबमास्टर टूल मैं जाकर सबमिशन करना होगा।  

अब बात आती हैं की सर्च इंजन सबमिशन कैसे करें, इसके लिए आपको कोई सर्च  इंजन सबमिशन साइट ढूढनि होगी, और उस साइट मैं जाकर अपने वेबसाइट के URL को सबमिट करना होगा।  उन साइट्स मैं से एक साइट  freewebsubmission. हैं, जिसमें जाकर आप 50 से भी अधिक इंजिन्स पर अपनी साइट को सबमिट कर सकते हैं।  

Related FAQs-

 

ऑफ पेज SEO ज्यादा difficult हैं या ऑन पेज SEO?

अगर seo के पर्पज से बात की जाए तो on page seo और ऑफ पेज seo दोनो महत्पुण हैं, लेकिन ऑन पेज seo जिसको हम एक बार prepare कर सकते हैं, लेकिन ऑफ पेज seo एक ऐसी तकनीक है जिसमें  हमें work करते रहना  पड़ता हैं, इसलिए  कुछ परस्थितियों मैं ऑफ पेज seo ज्यादा जरूरी है on page SEO से।

क्या ऑफ पेज SEO वेबसाइट की रैंकिंग के लिए इफेक्टिव हैं?

इसका उत्तर हैं हां। Off page seo website की रैंकिंग के लिए तब इफेक्टिव होता हैं, अगर आपके niche का कंपटीशन high हैं, तो आपको ऑफ पेज seo strategy की जरूरत पड़ेगी, लेकिन जब आपके niche का कंपटीशन low होता हैं तब आप सिर्फ on page SEO के दम पर भी रैंक कर सकते हैं । 

ऑफ पेज seo के लिए बेस्ट tool कोन सा हैं? 

अगर बात की जाए ऑफ पेज seo के लिए बेस्ट tool की तो उसमें semrush का नाम जरूर आता हैं । यह एक ऐसा tool हैं, जिसकी मदत से आप ऑफ page SEO को प्रॉपर तरीके से analyze कर सकते हैं । तथा ऑफ पेज seo  स्ट्रेटजी की success को मेजर कर सकते हैं । 

क्या ऑफ पेज seo paid हैं?

इसका उत्तर हैं  हा भी और या ना भी! अगर हमें off page SEO को  पूरी रिसर्च के साथ करना हैं, तो उसके लिए हमें paid tools की जरूरत पड़ती हैं । लिकिन बिना रुपया खर्च किए भी हम ऑफ पेज seo कर सकते हैं । 

Off page seo मैं कंटेंट की क्या भूमिका हैं?

अगर कंटेंट की बात की जाए तो off Page SEO स्ट्रेटजी बिना कंटेंट के संभव नहीं हैं । Off page SEO मैं कंटेंट एक महत्पुण योगदान रखता हैं, क्वालिटी कंटेंट के दम पर हम एक एक बेहतर ऑफ पेज स्ट्रेटजी बना सकते हैं । 

क्या हम off page SEO strategy के लिए AI content का इस्तेमाल कर सकते हैं?

आज के युग में ऑफ पेज seo मैं AI की बहुत बड़ी भूमिका हैं । अगर बात की जाए कंटेंट की तो AI content का इस्तेमाल हम off page SEO मैं नहीं कर सकते, क्योंकि artificial inteligence content एक quality  content नही होता। लेकिन AI का इस्तेमाल हम ऑफ पेज मैं कंटेंट के suggestion के लिए कर सकते हैं ।

 

निस्कर्ष – 

आज हमने आपको इस आर्टिकल मैं बताया कि हम अपने वेबसाइट के लिए ऑफ page SEO कैसे कर सकते हैं, तथा कितने प्रकार के बैकलिंक्स हम अपनी वेबसाइट के लिए बना सकते हैं, और  बैकलिंक्स बनाने की बेस्ट स्ट्रेटजी क्या है, इतियादी। 

बैकलिंक्स जो  एक ऐसी टेक्नीक्स  हैं जिसका SEO मैं एक बहुत बड़ा रोल हैं, जब भी आप बैकलिंक्स क्रिएट करते हैं तो आपको पता होना चाहिए की कोन से टाइप्स के बैकलिंक्स spam backlinks मैं आते हैं । 

अगर आप spam वाले बैकलिंक्स क्रिएट करते हैं, तो उससे आपकी वेबसाइट मैं नेगेटिव इंपैक्ट पड़ता हैं। इसलिए बैकलिंक्स के टाइप के बारे में जानना जरूरी हो जाता हैं ।

आसा होगी की आप सभी को ऑफ पेज SEO के बारे में हर एक जानकारी के बारे में पता चल गया होगा । अगर आपके मन में इस आर्टिकल से रिलेटेड कुछ भी डाउट हो तो आप हमें कॉमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं, हम आपके सवालों के जबाव देने की कोशिश करेंगे । 

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