Software Kitne Prakar Ke Hote Hain, सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?

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Software Kitne Prakar Ke Hote Hain (सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?) दोस्तों, आजकल, सॉफ्टवेयर हमारे जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। चाहे हम एक कंप्यूटर उपयोगकर्ता हों या स्मार्टफोन उपयोगकर्ता, सॉफ्टवेयर हमें हर क्षेत्र में सुविधा प्रदान करता है। क्या आपने कभी सोचा है कि सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं? चलिए, इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानते हैं।

दोस्तों, आज के इस लेख में हम चर्चा करेंगे सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं? ( Software Kitne Prakar Ke Hote Hain) आज के समय में इंटरनेट एक ऐसा माध्यम बन चुका है, जिसकी मदद से किसी भी विषय से संबंधित सूचना को विस्तृत रूप से देख सकते हैं। कंप्यूटर को चलाने के लिए सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया जाता है।

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हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण विषय के बारे में सारी जानकारी बताने जा रहे हैं। जिसका नाम सॉफ़्टवेयर है। हम आगे विस्तार से सरल शब्दों में जानेंगे, तो आइए बने रहिये हमारे साथ अंत तक।

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Software Kitne Prakar Ke Hote Hain

सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर को कार्य करने में सक्षम बनाने में सहायक होता है। यह दो प्रकार का होता है – (i) सिस्टम सॉफ्टवेयर और (ii) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर। यह कंप्यूटर के विभिन्न पहलुओं में अलग-अलग कार्य करता है। सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर को संचालित करने और विशिष्ट कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देशों, डेटा, या प्रोग्रामों का उपयोग करता है। इसका हार्डवेयर के उल्ट होता है, जो कंप्यूटर के भौतिक पहलुओं का वर्णन करता है।

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सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?

(Software Kitne Prakar Ke Hote Hain) सॉफ्टवेयर श्रेणियाँ सॉफ्टवेयर को विभिन्न श्रेणियों में समझने में मदद करती हैं और इससे हमें प्रत्येक प्रकार के सॉफ्टवेयर के विशेषताओं का ध्यान देने की आवश्यकता नहीं होती। ये विभिन्न वर्गीकरण योजनाएँ सॉफ्टवेयर के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देती हैं। आइए जाने कि सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?

 

तकनीकी दृष्टि से सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते हैं।

1. Application software (एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर)

एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर को मुख्य रूप से ऐप भी कहा जा सकता है। इन्हें डिवाइस में इंस्टॉल करने की आवश्यकता होती है और उपयोगकर्ता किसी भी समय में उन्हें सरलता से उपयोग कर सकता है। एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर का मुख्य उद्देश्य है कि कंप्यूटर पर सभी प्रमुख कार्य पूरा किया जा सके। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर सामान्य उद्देश्य (जैसे कि वर्ड प्रोसेसिंग, वेब ब्राउज़र, आदि) या एक विशिष्ट उद्देश्य (जैसे कि अकाउंटिंग, ट्रक शेड्यूलिंग, आदि) हो सकता है। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर सिस्टम सॉफ़्टवेयर से भिन्न होता है।

सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण-

  • Operating System
  • Assembler
  • Compiler
  • Interpreter

2. System Software (सिस्टम सॉफ़्टवेयर)

सिस्टम सॉफ़्टवेयर एक साधारण शब्द है जो कंप्यूटर प्रोग्रामों को संदर्भित करता है जो कंप्यूटर सिस्टम को चलाने और विभिन्न एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर और नेटवर्क के साथ काम करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। सिस्टम सॉफ़्टवेयर हमारे कंप्यूटर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम के अलग-अलग अंशों के रूप में होता है। इसका काम हार्डवेयर उपकरणों को प्रबंधित और नियंत्रित करना होता है, ताकि एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर सही ढंग से काम कर सके।

एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण-

  • Income Tax Software
  • Railways Reservation Software
  • Microsoft Office Suite Software
  • Microsoft Word
  • Microsoft Excel
  • Microsoft PowerPoint
  • whatsapp Software
  • Video Player

3. Utility Software (उपयोगिता सॉफ्टवेयर)

यूटिलिटी प्रोग्राम्स या सॉफ़्टवेयर, जिन्हें आमतौर पर सिर्फ “उपयोगिताओं” के रूप में संदर्भित किया जाता है, इनको यूटिलिटी सॉफ़्टवेयर या सेवा प्रोग्राम भी कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य कंप्यूटर की प्रदर्शन क्षमता और योग्यता को सही रखना होता है। अर्थात, यूटिलिटी सॉफ़्टवेयर आपके सिस्टम की क्षमता को सही रखने और उसे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

यूटिलिटी प्रोग्राम्स के उदाहरण-

  • Antivirus Software
  • Backup Software
  • Disk tools Software

सॉफ़्टवेयर (Software) क्या है?

सॉफ़्टवेयर को एक समूह के रूप में भी देखा जा सकता है, जिसे हम कई प्रोग्राम्स के समूह के रूप में समझ सकते हैं। कंप्यूटर पर हर काम सॉफ़्टवेयर के माध्यम से ही होता है। सॉफ़्टवेयर मुख्य रूप से निर्देश और प्रोग्राम का समूह होता है, जिससे कंप्यूटर कार्य पूरा करता है। सॉफ़्टवेयर को आप देख नहीं सकते हैं, यह केवल वर्चुअल ऑब्जेक्ट होता है जिसे हम केवल समझ सकते हैं।

अगर कंप्यूटर में सॉफ़्टवेयर नहीं होता, तो कंप्यूटर सिर्फ एक खाली डिब्बा ही होता। सॉफ़्टवेयर के बिना कंप्यूटर का कोई उपयोग नहीं होता, क्योंकि यही कंप्यूटर का जीवन होता है और इसके माध्यम से ही कंप्यूटर को सही तरीके से काम करने में सहायता मिलती है। सॉफ़्टवेयर के माध्यम से किसी भी काम को सरल बनाया जा सकता है और यह कंप्यूटर का महत्वपूर्ण हिस्सा है

। जैसे कि गूगल क्रोम, फोटोशॉप, एमएस-वर्ड, वीएलसी प्लेयर, पिकासा आदि सॉफ्टवेयर के रूप में ही होते हैं। बिना सॉफ़्टवेयर के, कंप्यूटर पर किसी भी कार्य को आरंभ या समाप्त करना मुश्किल होता है।

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