Google की नई पॉलिसी से Media कंपनियों की कमाई पर असर, सर्च रैंकिंग में बड़ी गिरावट
गूगल की नई ‘Site Reputation Abuse’ पॉलिसी ने बड़ी मीडिया कंपनियों जैसे Forbes, CNN, और Time की एफिलिएट साइट्स की सर्च रैंकिंग को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसके चलते इन कंपनियों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा है। इस बदलाव ने एफिलिएट बिज़नेस मॉडल की स्थिरता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिस्ट्रिक्स की रिपोर्ट: 61 करोड़ रुपये का नुकसान
हाल ही में, सर्च विजिबिलिटी फर्म Sistrix और कई सर्च विशेषज्ञों ने इस मुद्दे पर रिपोर्ट दी है। Sistrix के अनुसार, सर्च रैंकिंग में गिरावट के कारण इन कंपनियों को कुल मिलाकर कम से कम $7.5 मिलियन (लगभग ₹61 करोड़) का नुकसान हुआ है। इन मीडिया कंपनियों ने थर्ड-पार्टी कंपनियों जैसे Forbes Marketplace, Credible, और Three Ships के साथ साझेदारी में एफिलिएट मॉडल को अपनाया था, जो उनके ब्रांड के नाम के तहत काम कर रही थीं और इससे उन्हें पहले अच्छा मुनाफा मिल रहा था
उदाहरण से समझें: CNN और Forbes Marketplace का एफिलिएट मॉडल
इस टेक्निकल मुद्दे को एक उदाहरण से समझ सकते हैं। CNN का एफिलिएट प्लेटफॉर्म ‘CNN Underscored’ थर्ड-पार्टी कंपनी Forbes Marketplace द्वारा चलाया जा रहा था। दोनों कंपनियां होने वाले मुनाफे को साझा करती थीं और इस मॉडल से उनकी सर्च रैंकिंग काफी मजबूत बनी हुई थी। कई विशेषज्ञों ने इसे ‘Parasite SEO’ कहा, क्योंकि यह मॉडल मुख्य वेबसाइट के नाम का इस्तेमाल करके उसकी सर्च रैंकिंग का फायदा उठाता था।
Time Stamped में 97% की गिरावट
जुलाई में सर्च रैंकिंग में गिरावट शुरू हुई, जब Time की एफिलिएट साइट ‘Time Stamped’ की रैंकिंग में भारी गिरावट देखी गई। इसके बाद, सितंबर के अंत और अक्टूबर की शुरुआत में, अन्य प्रमुख एफिलिएट साइट्स भी प्रभावित हुईं। Sistrix की रिपोर्ट के अनुसार, 12 सितंबर से 31 अक्टूबर तक:
- Forbes Advisor में 43% की गिरावट
- WSJ Buy Side में 77% की गिरावट
- CNN Underscored में 63% की गिरावट
- Fortune Recommends में 72% की गिरावट
- Time Stamped में 97% की गिरावट
- Talkaaj Media में 98% की गिरावट
सर्च एक्सपर्ट लिली रे के अनुसार, सर्च रैंकिंग में थोड़ी सी गिरावट भी भारी आर्थिक नुकसान ला सकती है। Forbes Advisor के एक पूर्व कर्मचारी ने बताया, “रैंकिंग में थोड़ा भी बदलाव होने पर एडिटर्स को टॉप मैनेजमेंट के सवालों का सामना करना पड़ता था।”