Raebareli News : मृतक विचाराधीन बंदी की सूचना
By Satish Kumar
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रायबरेली ! अधीक्षक, जिला कारागार रायबरेली ने बताया है कि मृतक विचाराधीन बंदी वारिस राईन कुंजडा पुत्र आरिफ बाबा निवासी मोहल्ला- कंचाना कस्बा व थाना-जायस जनपद-रायबरेली अपराध संख्या-358/2019 498ए,307,304 बी, 302 आईपीसी व 3/4 डी०पी एक्ट थाना- मोहनगंज, अमेठी 07 नवम्बर 2019 से विचाराधीन बंदी के रुप में निरुद्ध था, इस मृतक बंदी का वाद/प्रकरण माननीय सक्षम न्यायालय एफ०टी०सी-प्रथम, रायबरेली के समक्ष निस्तारण हेतु लम्बित रहा। पिछले पाँच वर्षों में मृतक बंदी का रहन-सहन, कार्य, व्यवहार संतोषजनक रहा है तथा कभी भी अवसाद ग्रसित नहीं लगा।
मृतक बंदी द्वारा 28 नवम्बर 2024 की सायंकाल 16:25 बजे कारागार पी०सी०ओ० से अपने पिता (आरिफ बाबा) से बातचीत की गयी थी जिसकी कॉल रिकार्डिंग भी कारागार को प्राप्त है।
"कॉल रिकॉर्डिंग सुनने पर पाया गया कि इस मृतक बंदी और उसके पिता द्वारा जो वार्तालाप की गयी कुछ इस प्रकार है कि उसने अपने पिता से पूछा की आप मुलाकात हेतु जेल पर आये नही तो उसके पिता ने जवाब दिया कि यहाँ रविवार को शादी-बयाह है आने का समय नही है तथा तबियत भी ठीक नही है और आने जाने में एक दिन खराब हो जाता है मिलने से ज्यादा जरूरी बेल कराना है जिससे तुमने कहा था बेल के लिए उसको बोल दिया है आयी समझ, आने वाली 02 तारीख को बोला है बेल करा देगे गारण्टी है हो ही जाएगी तब बंदी ने पूछा कल आओगे मुलाकात के लिए तो उसके पिता ने कहा कल नही आएगे आने जाने में पूरा दिन खराब हो जाता है अगर कुछ चाहिए हो तो बताओ किसी के हाथ भिजवा देगे बाकी 02 तारीख को बात करके बताएगे जिस पर बंदी ने निराशा जाहिर की और कहा इतना समय बीत गया है 2-2 जजों द्वारा बेल अर्जी खारिज की जा चुकी है
इसी महिना हो जाएगी ऐसा बोल-बोल कर 05 साल बीत गये है लगता है अब बिना सजा काटे नही छूट नहीं पायेंगे, जिस पर पिता ने कहा हम 02 तारीख को बात करके बताएगे तब उसने जवाब दिया किसी को बताने की जरूरत नही है अब बेल नही हो पायेगी यदि किसी को पैसे दोगे तो मुझे बता कर ही देना, किसी को पैसे देने की जरूरत नही है अब नही हो पाएगी" ऐसा बोलते हुए बंदी की आवाज लडखडा रही थी तथा उसकी आवाज में निराशा साफ झलक रही थी तभी निर्धारित 05 मिनट पूरे होने के कारण कॉल कट हो गयी, उसकी बात पूर्ण नही हो पायी। दोनों की आपस में हुई बातचीत स्पष्ट प्रतीत होता है कि विचाराधीन बंदी वारिस राईन कुंजड़ा पुत्र आरिफ बाबा की बेल नहीं हो पाने से अपने परिवारीजनों से क्षुब्ध था।
सायंकाल बंदी गणना करने के दौरान एक बंदी (वारिस राईन कुंजड़ा) कम पाये जाने पर कारागार प्रशासन द्वारा फौरी तौर पर सी०सी०टी०वी० कैमरों को चेक कराया गया। जेल लाकिंग के समय 01 नफर बंदी गणना में कम पाये जाने पर इसकी सूचना मुख्य चीफ हेड वॉर्डर द्वारा जेलर हिमांशु रौतेला को फौरन दी गयी। बन्दियों की रिहाई कर रहे जेलर द्वारा सूचना प्राप्ति तुरन्त बाद सम्पूर्ण जेल परिसर में इस बंदी की सघन तलाशी प्रकिया शुरु करा दी गयी। कारागार स्थित कण्ट्रोल रुम में स्थापित सी०सी०टी० कैमरों की जाँच होने पर पता चला कि 28 नवम्बर 2024 को बंदी (वारिस राईन कुंजड़ा) सायंकाल-16:30 बजे कारागार पी०सी०ओ० द्वारा अपने परिजनों से बातचीत कर के सर्किल में गया तथा पुनः सायंकाल-17:37 बजे सर्किल से निकल कर गिर्दा गेट होते हुए कारागार चिकित्सालय की तरफ जाते देखा गया। खोजबीन के दौरान जेलर, हिमांशु रौतेला के नेतृत्व में तलाशी दस्ते को सायंकाल 7:25 बजे अन्दर कमान में बनी दीवानी के पास नीम के पेड़ से सिर पर बंधे हुए मफलर को फांसी का फंदा बना गले में डाल कर लटका हुआ मिला।
कारागार में घटित घटना की सूचना जेलर हिमांशु रौतेला द्वारा तुरन्त ही जेल अधीक्षक एवं कारागार चिकित्सक को अपने सी०यू०जी० नम्बर द्वारा प्रदान की गयी। सूचना पा कर देर शाम 7:40 बजे मौके पर पहुँचे कारागार चिकित्सक सुनील अग्रवाल द्वारा परीक्षणोपरान्त इस बंदी को मृत घोषित कर दिया गया।
विचाराधीन बंदी वारिस राईन कुंजड़ा द्वारा अत्महत्या कारित किये जाने की घटना की जानकारी जेल अधीक्षक द्वारा विभागीय उच्चाधिकारियों एवं जनपदीय अधिकारियों तथा फोरेंसिक टीम को प्रदान कर दी गयी। नायब तहसीलदार सदर तेजस्वी त्रिपाठी व इंस्पेक्टर कोतवाली नगर रायबरेली राजेश सिंह द्वारा घटना स्थल व शव का निरीक्षण फोरेंसिक टीम के साथ किया। मौके पर पहुँची फोरेंसिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य, फोटो / वीडियोग्राफी करायी गयी। फोरेंसिक टीम द्वारा बताया गया कि बंदी के शव पर कोई चोट के निशान नहीं हैं, बंदी द्वारा आत्महत्या की गयी है। फोरेंसिक टीम द्वारा बंदी के शव को कारागार में ही सील बंद कर पंचनामा व पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया। बंदी की मृत्यु की सूचना उसके परिवारीजनों को कारागार के पत्र एवं दूरभाष के माध्यम से रात्रि समय-08:50 बजे प्रदान कर दी गयी थी। मृतक बंदी के परिजनों ने कहा कि साधन का अभाव है इसलिए कल 29 नवम्बर 2024 को सुबह ही आ सकेंगे।
कारागार के द्वारा बंदी के शव का पंचनामा, पोस्टमार्टम तथा पोस्टर्माटम की वीडियोग्राफी कराये जाने हेतु जिला मजिस्ट्रेट रायबरेली से अनुरोध किया गया। बंदी की मृत्यु की सूचना रेडियोग्राफ द्वारा मा० राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग तथा शासन को प्रेषित की गयी।
अधीक्षक, जिला कारागार रायबरेली द्वारा बताया गया कि इस कार्यालय द्वारा न्यायिक जॉच हेतु मजिस्ट्रेट नामित करने के लिए माननीय जनपद एवं सत्र न्यायाधीश, रायबरेली से अनुरोध किया गया है। विचारीधीन बंदी वारिस राईन कुंजड़ा के पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण Antimortem hanging अंकित है।
बंदी वारिस के पंचनामा रिपोर्ट में कोई चोट के निशान नहीं पाये गये। इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ जाहिर होता है कि इस बंदी द्वारा अपने वाद/प्रकरण के सम्बन्ध में बेल नहीं हो पाने की अपने परिजनों से हुयी बातचीत से आहत होकर आत्महत्या की गयी है।
सी०सी०टी०वी० फुटेज में पाया गया कि गिर्दा कमान ड्यूटी में तैनात हेड जेल वॉर्डर कमलेश कुमार तथा कमान प्रभारी जेल वॉर्डर अनुज राजवंशी द्वारा बंदी वारिस राईन कुजड़ा की गतिविधियों पर पैनी नजर नहीं रखी गयी जिस कारण उसे अस्पताल की तरफ जाने मौका मिल गया। हेड जेल वॉर्डर कमलेश कुमार तथा जेल वॉर्डर अनुज राजवंशी द्वारा अपनी ड्यूटी के प्रति घोर लापरवाही/अनुशासन हीनता तथा कर्तव्यों की उपेक्षा की गयी। इस कार्यालय द्वारा हेड जेल वॉर्डर कमलेश कुमार के विरुद्ध अनुशासनत्मक कार्यवाही किये जाने हेतु वरिष्ठ अधीक्षक, आर्दश कारागार लखनऊ से अनुरोध किया गया तथा अनुज राजवंशी जेल वॉर्डर को निलम्बित कर अनुशासनिक कार्यवही की संस्थित किये जाने की संस्तुति प्रेषित की गयी है।