ayodhya news : 500 वर्षों का समाधान दो वर्ष में हो गया… सीएम योगी ने कहा- समय रहते उपचार करते तो सदियों तक गुलामी न रहती
गलतियों की पुनरावृत्ति रोकना ही धर्म का काम
मुख्यमंत्री योगी रामजन्मभूमि मार्ग पर स्थित सुग्रीव किला के नवनिर्मित राजगोपुरम (मुख्य प्रवेश द्वार) का लोकार्पण करने के बाद अपने उद्बोधन में हिंदुत्व की अस्मिता का पाठ पढ़ा रहे थे। मुख्यमंत्री सुग्रीव किला परिसर में ही संतों एवं श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। रामजन्मभूमि मार्ग चौड़ीकरण के चलते गत वर्ष सुग्रीव किला का पुराना गोपुरम गिराना पड़ा था।
रामजन्मभूमि एवं हनुमानगढ़ी में किया पूजन-अर्चन
मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व भव्य राम मंदिर के साथ अयोध्या को श्रेष्ठतम नगरी का स्वरूप दिए जाने के प्रयास को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की और इस प्रयास को सनातन धर्मावलंबियों का मूर्त रूप बताया।
उन्होंने सुग्रीव किला के नवनिर्मित गोपुरम को भी इसी प्रयास का हिस्सा बताया एवं कहा कि अयोध्या के लिए किए गए अपूर्व प्रयास को संरक्षित करना और उसे अक्षुण्ण बनाए रखना सनातन धर्मियों का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या यात्रा के दौरान रामजन्मभूमि एवं हनुमानगढ़ी पहुंच पूजन-अर्चन किया।
गोपुरम लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता श्रीरंगम से आए जगद्गुरु अंडवन वाराह देशकम स्वामी ने की। स्वागत एवं आभार ज्ञापन सुग्रीव किला पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य ने किया। अतिथियों के स्वागत में किला के अधिकारी अनंत पद्मनाभाचार्य भी तत्पर रहे। संचालन देवरिया से आए जगद्गुरु स्वामी राजनारायणाचार्य ने किया।
इनकी रही मौजूदगी...
इस अवसर पर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी अनंताचार्य, जगद्गुरु परमहंस आचार्य, हनुमानगढ़ी से जुड़े महंत धर्मदास एवं महंत रामकुमारदास, दिगंबर अखाड़ा के उत्तराधिकारी महंत रामलखनदास, गुरुद्वारा ब्रह्मकुंड के मुख्यग्रंथी ज्ञानी गुरुजीत सिंह, प्रख्यात हिंदूवादी नेता महंत राजूदास, पूर्व पार्षद पुजारी रमेशदास, रागी चरनजीत सिंह जैसे धर्माचार्यों सहित महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, विधायक वेदप्रकाश गुप्त एवं रामचंद्र यादव, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, जिला भाजपाध्यक्ष संजीव सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।