Train Ka Avishkar Kisne Kiya और कब हुआ?

On

 
 

 

आज हम आप सबको इस आर्टिकल में ट्रेन का आविष्कार किसने और कब किया था इसके बारे में हम पूरी जानकारी देने जा रहे हैं दुनिया का सबसे बड़ा ट्रांसपोर्ट साधन के बिना कोई भी वस्तु इधर-उधर या किसी भी व्यक्ति को यहां वहां जाने के लिए एवं करोड़ यात्रियों के प्रति दिन आवागमन एवं एक स्थान से दूसरे स्थान में मदद करता है जिनमें से दुनिया के 92% आबादी ट्रेन में सफर करती है!

रेलगाड़ी ने लोगों की जिंदगी में क्रांतिकारी परिवर्तन किया रेलगाड़ी केवल यात्री ही नहीं बर्फी बहुत सी जरूरतमंद चीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यह एक तो सस्ता साधन है, और दूसरी बात आराम दे साधन है आज के समय में ट्रेन के अंदर बहुत सी सुविधाएं दी जा रहे हैं वहां भी सस्ते दाम में इसलिए लोगों को आकर्षक ट्रेन की बढ़ता जा रहा है और जो लोग ज्यादा ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं और आप भी कभी ना कभी ट्रेन से जरूर यात्रा किए होंगे। तो आपको मालूम होगा कि ट्रेन का आविष्कार किसने और कब हुआ अगर नहीं मालूम है तो हम आपको इस आर्टिकल में संपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं।

ट्रेन का आविष्कार यूनाइटेड किंगडम के रहने वाले पैसे से इंजीनियर Richard Trevithick ने किया था सबसे पहली बार ट्रेन का 1604 इंग्लैंड में वाटर में सामने आया था उसे समय लकड़ी से बनाई गई काट के डिब्बे की गाड़ियां जो पटरी पर चलती थी और उसे घोड़े से खींचे जाते थे और बाद में इस पेज से इंजीनियर Richard Trevithick ने भाफ का इंजन का इस्तेमाल किया था।,

यूरोप के कुछ इंजीनियरों ने इस बात की कल्पना की थी कि वह एक ऐसी गाड़ी तैयार करें जिसे घोड़े के स्थान पर मशीन द्वारा चलाए जा सके।

इस इंजन में एक चिमनी लगी हुई थी तब आसपास के लोग बैठने का थोड़ा जगह था इंजन गाड़ी सड़कों पर चलने के अलावा पटरियों पर चलाई गई रिसर्च एक शशि आदमी था वह भाप इंजन जलने के बाद उसे फिर भी भाप इंजन बनाया गया।
ट्रेन का आविष्कार सन 1769 में फ्रांसीसी सेवा के इंजीनियर निकोलस द्वारा भाव के इंजन का आविष्कार किया गया इस अविष्कार में काफी कमियां थी जिसे बाद में सही कर दिया गया यह एक गाड़ी थी जो काफी चिंगारी और आवाज निकलती थी यह ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाएगी सर 1801 में एक युवक वैज्ञानिक रिचर्ड ने लोहे की इंजन वाली रेलगाड़ी बनाई जो काफी हद तक ठीक थी।

 सबसे लंबी रेलगाड़ी

  1. BHP Billitron Iron Ore Train,( Australia )
  2. Double Stack Container Trains, (Canada)
  3. RDP Trains, (South Africa)
  4. AAR Standard S-400,( USA)
  5. Cajaras Railway Freight Trains, (Brazil)
  6. Daqin Railway Coal Trains,( China)
  7. Mauritania Railway Iron Ore Trains, (Mauritania)
  8. Rio Tinto Railway Services,( Australia)
  9. Maruti Freight Train, (India)
  10. The Ghan, (Australia)

सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी

  1. Shanghai Maglev, 267.8 Mph, (China)
  2. Harmony CRH 380A, 236.12 Mph,( China)
  3. AGV Italo, 223.6 Mph, (Italy)
  4. Siemens Velaro E/AVS 103, 217.4 Mph, (Spain)
  5. Talgo 350, 217.4 Mph,( Spain)
  6. E5 Series Shinkansen Hayabusa, 198.8 Mph,( Japan)
  7. Alstom Euroduplex, 198.8 Mph, (France)
  8. SNCF TGV Duplex, 198.8 Mph, (France)
  9. ETR 500 Frecciarossa Train, 186.4 Mph, (Italy)
  10. THSR 700T, 186.4 Mph , (Taiwan)

James Watt कि भाफ के इंजन का खोज ने संसार का ऊर्जा और उष्मा कि शक्ति से परिचय कराया आद्योगिक क्रांति लाने में James Watt कि यह खोज महान और उपयोगी साबित हुई। जेम्स वाट का जन्म स्कॉटलैंड के ग्रिनक नामक शहर में 19 जनवरी 1736 को हुआ था उनके पिता एक सफल जलपोत निर्माता होने के साथ-साथ एक प्रतिष्ठित व्यक्ति थे।

जेम्स वाट ने अपने प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से प्राप्त कि वे अपने आठ भाई बहनो में छठे स्थान पर थे। कुछ समय बाद Grammer स्कूल में दाखिल होने के बाद उन्होंने लेटिन तथा यूनानी भाषा साथ गणित का भी अध्ययन किया। जब वे 17 वर्ष के थे तब से पिता के साथ जाकर वर्कसॉप में जाकर मशीनारी संबधित कार्यों को करने में उनको बड़ा ही मजा आता था।

Follow Aman Shanti News @ Google News

Related Posts