क्या है Bharat Stage, कब से हुई थी शुरुआत, प्रदूषण को कम करने में कैसे है मददगार
By Satish Kumar
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नई दिल्ली। भारत के उत्तरी राज्यों सहित Delhi NCR में प्रदूषण की स्थिति काफी गंभीर हो गई है। AQI खतरनाक स्तर से भी ज्यादा हो गया है। जिस कारण वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए उत्सर्जन मानक लाए गए थे। उत्सर्जन मानकों को Bharat Stage के नाम से जाना जाता है। यह क्या हैं और कब से इनकी शुरुआत हुई थी। किस तरह से यह प्रदूषण कम करने में मदद करते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
क्या है Bharat Stage
देश में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के साथ ही मानक तय करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से Bharat Stage को शुरू किया गया था। यह उत्सर्जन मानक है। इनको लागू किए जाने की समयसीमा का निर्धारण केंद्रीय प्रदूषण नियंंत्रण बोर्ड की ओर से किया जाता है जो केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ ही जलवायु परिवर्तन के तहत आता है।
यूरोप में इस तरह के मानकों को Euro 1,2,3 में मापा जाता है और भारत में इनकी शुरुआत साल 2000 में की गई थी। साल 2000 से लेकर 2010 के बीच देशभर में Bharat Stage-1 और 2 को लागू किया गया था। इसके बाद साल 2010 में बीएस-3 को लाया गया था। एक अप्रैल 2017 से देश में बीएस-4 को लागू किया गया था। एक अप्रैल 2020 से देश में बीएस-6 के पहले चरण को लाया गया था और एक अप्रैल 2023 से देशभर में बीएस-6 का दूसरा चरण लागू किया जा चुका है। खास बात यह है कि सरकार की ओर से बीएस-5 के मानकों को लाया ही नहीं गया था और बीएस-4 के बाद सीधा बीएस-6 को लागू किया गया था।